शिक्षा, प्रेम और प्रतिस्पर्धा

हमारी आज की शिक्षा व्यवस्था और धर्म में एक बुनियादी समानता है। धर्म भय सिखाते हैं। नरकों का भय। पापों का भय। दण्डों का भय। हमारा समाज भी भय सिखाता है। असम्मान का भय। आज की शिक्षा व्यवस्था भी इसी पथ पर अग्रसर हो रही है। शिक्षा भी भय सिखाती है- असफलता का भय। ऐसी शिक्षा खतरनाक है। शिक्षा तो वो...
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